साई कैलिडोस्कोप 2025 का रोमांचक समापन, द्रविड़ डॉजर्स ने एसआईआरएस चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में दर्ज की शानदार जीत
देहरादून – 30 मार्च 2025: साई अंतरराष्ट्रीय आवासीय विद्यालय (एसआईआरएस), जो भारत के प्रमुख आवासीय विद्यालयों में से एक है, ने अपने प्रतिष्ठित वार्षिक कार्यक्रम साई कैलिडोस्कोप 2025 का भव्य आयोजन किया।
इस कार्यक्रम का रोमांचक समापन एसआईआरएस चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले के साथ हुआ, जो विद्यालय के क्रिकेट मैदान पर आयोजित किया गया। दर्शकों से खचाखच भरे स्टेडियम में हुए इस फाइनल में द्रविड़ डॉजर्स और सहवाग स्वैगर्स के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिली। कड़े मुकाबले में द्रविड़ डॉजर्स ने शानदार जीत दर्ज कर टूर्नामेंट का विजयी समापन किया।
इस अवसर पर श्री नागेंद्र शर्मा, वरिष्ठ कमांडेंट, 3 बटालियन, एनडीआरएफ, मुण्डाली मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री जॉन स्नेल, कार्यकारी प्रधान शिक्षक, वैश्विक शैक्षणिक सलाहकार, यूनाइटेड किंगडम ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। उनकी गरिमामयी उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए और विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
यह टूर्नामेंट 14 मार्च को एक आकर्षक नीलामी समारोह के साथ प्रारंभ हुआ था और 17 मार्च से 28 मार्च 2025 तक 12 दिनों तक चला। इस दौरान विद्यार्थियों ने अपने खेल कौशल का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। एसआईआरएस चैम्पियंस ट्रॉफी के चौथे संस्करण में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया।
मैन ऑफ द मैच और बैंगनी टोपी (सर्वाधिक विकेट लेने वाले खिलाड़ी) – साईनियर तनबीर बिस्वास (विजेता कप्तान)
नारंगी टोपी (सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी) – साईनियर मनोरंजन स्वैन
मुख्य अतिथि श्री नागेंद्र शर्मा ने विद्यार्थियों की सराहना करते हुए कहा, 
“साई कैलिडोस्कोप एक उत्कृष्ट कार्यक्रम है, जो विद्यार्थियों में अकादमिक शिक्षा से परे रचनात्मकता, साहस और नेतृत्व जैसे गुणों का विकास करता है। आज विद्यार्थियों की खेल भावना, प्रतिभा और जोश को देखकर अत्यंत प्रसन्नता हुई। ऐसे कार्यक्रम बच्चों के समग्र विकास में सहायक होते हैं और उन्हें जीवन में सफलता के लिए तैयार करते हैं।”
साई कैलिडोस्कोप केवल एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक अनुभवात्मक शिक्षण प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य कक्षा चार से बारह तक के विद्यार्थियों में 21वीं सदी के कौशल का विकास करना है। इस कार्यक्रम में रचनात्मक चिंतन, प्रदर्शन कला, साहित्यिक गतिविधियाँ और खेल जैसी गतिविधियाँ शामिल थीं, जिनके माध्यम से विद्यार्थियों ने आत्मविश्वास, रचनात्मकता और दृढ़ता का प्रदर्शन किया, जो उन्हें भविष्य का नेतृत्व करने के लिए सक्षम बनाता है।
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने विभिन्न श्रेणियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया:
समृद्धि गतिविधियाँ: मिट्टी शिल्प, मूर्तिकला, कहानी कथन, वाद-विवाद और प्रश्नोत्तरी जैसी व्यावहारिक गतिविधियों ने विद्यार्थियों की विश्लेषणात्मक और अभिव्यक्तिपूर्ण क्षमताओं को निखारा।
सांस्कृतिक समागम: संगीत, नृत्य, नाटक, फैशन प्रदर्शनी और कला प्रदर्शनियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया और सांस्कृतिक विविधता की झलक प्रस्तुत की।
खेल स्पेक्ट्रम: फाइनल क्रिकेट मुकाबले ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इसके अलावा, फुसल, तैराकी, मैराथन, घुड़सवारी और योग जैसी खेल गतिविधियों ने विद्यार्थियों में शारीरिक फिटनेस और टीम भावना को प्रोत्साहित किया।
द्रविड़ डॉजर्स टीम के विजेता कप्तान तनबीर बिस्वास ने कहा,
“साई कैलिडोस्कोप अविस्मरणीय अनुभव था! रचनात्मक कार्यशालाओं से लेकर रोमांचक खेल मुकाबलों तक, हर क्षण सीखने, आगे बढ़ने और आनंद लेने का अवसर था। एसआईआरएस चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल इस अद्भुत कार्यक्रम का शानदार समापन था।”
नारंगी टोपी विजेता मनोरंजन स्वैन ने कहा,
“साई कैलिडोस्कोप 2025 का हिस्सा बनना मेरे लिए अविस्मरणीय अनुभव रहा। इस कार्यक्रम ने मुझे अकादमिक शिक्षा से परे अपनी प्रतिभा को निखारने का अवसर दिया। फाइनल में शानदार प्रदर्शन ने मेरा आत्मविश्वास और भी बढ़ा दिया।”
साई कैलिडोस्कोप 2025 की सफलता को लेकर साई अंतरराष्ट्रीय शिक्षा समूह की अध्यक्ष, डॉ. शिल्पी साहू ने कहा,
“साई कैलिडोस्कोप समग्र शिक्षा में हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है। यह कार्यक्रम विद्यार्थियों को व्यावहारिक कौशल से सुसज्जित करता है, उनकी कल्पनाशीलता को प्रेरित करता है और उनके मानसिक एवं शारीरिक विकास में सहायक होता है। इस वर्ष विद्यार्थियों की शानदार भागीदारी और प्रदर्शन ने हमारे भविष्य-निर्माण के दृष्टिकोण को और मजबूत किया है।”
एसआईआरएस चैम्पियंस ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला, साई कैलिडोस्कोप 2025 का भव्य समापन था, जो विद्यार्थियों की प्रतिभा, खेल भावना और समग्र विकास का उत्सव था। साई अंतरराष्ट्रीय आवासीय विद्यालय अपने विद्यार्थियों को नवाचार, नेतृत्व और बहुआयामी विकास के लिए ऐसे परिवर्तनकारी अवसर प्रदान करता रहेगा।